अयोध्या से पहले ‘ननिहाल’ में बन चुका है भगवान राम का भव्य मंदिर, श्री राम जी की बहुत ही सुंदर मंदिर की बात करते है यह मंदिर आधुनिक आर्किटेक्चर का अद्भुत नमूना है 2017 में इस मंदिर का निर्माण किया गया | यह मंदिर रायपुर के सबसे सुन्दर जगहों में से एक है |
किस पत्थर से बना है राम की मूर्ति
मूर्ति सिर्फ एक पत्थर को तराशकर बनाई गई है। इस साइज के पत्थर को ढूंढने में डेढ़ साल लगे थे और मूर्ति बनाने में 4 महीने लगे थे। राजस्थान में मिले इस मकराना पत्थर में इस मूर्ति को तराशा गया है।
श्रीराम मंदिर समिति के अध्यक्ष मनोज गोयल ने बताया कि लगभग 15 करोड़ की लागत से तैयार भव्य मंदिर को बनाने में 5 साल का वक्त लगा है। 108 फीट ऊंचे मंदिर को राजस्थान और ओडिशा से आए सैकड़ों कारीगरों ने मिलकर तैयार किया है।
अंदर और बाहर की दीवारों पर पत्थरों पर बारीक कारीगरी कर भगवान विष्णु के कई अवतार उकेरे गए हैं। राजवाड़ा आर्ट पैटर्न की कारीगरी मंदिर में देखी जा सकती है। मंदिर में फूल, कुछ रॉयल डिजाइन के साथ हिंदू देवी-देवताओं को उकेरा गया है।
कहाँ पास है बना है मंदिर
श्री राम मंदिर VIP Road पर स्थित है अगर आप रायपुर VIP Road से गुजरते है तो एक बार राम मंदिर का दर्शन करने जरूर जाना चाहिए।
भगवान श्रीराम के ननिहाल कौशलप्रदेश यानी वर्तमान के छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में साढ़े तीन साल पहले अयोध्या में प्रस्तावित श्रीराम मंदिर की तर्ज पर 17 एकड़ क्षेत्र में मंदिर का निर्माण किया गया था।
उस वक्त मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अनेक संत, महात्मा पधारे थे, संतों ने भविष्यवाणी की थी कि जब ननिहाल में भगवान श्रीराम का मंदिर बन चुका है तो शीघ्र ही अयोध्या में भी मंदिर अवश्य बनेगा। अब अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनने का मार्ग प्रशस्त हो चुका है तो इस मौके पर भगवान के दर्शन करने और आभार व्यक्त करने मंदिर में हजारों की संख्या में भक्तगण पहुंच रहे हैं|
भोजनालय भगतो के लिए
महंगाई के इस दौर में जहां 20 रुपए में नाश्ता भी मिल पाना मुश्किल है। ऐसी स्थिति में राजधानी के वीआईपी रोड स्थित श्रीराम मंदिर में अन्न प्रसादम् केंद्र यानी भोजनालय की स्थापना की गई है। मंदिर परिसर में ही एक भवन तैयार किया गया है। इसमें एक वक्त में 4 से 5 सौ लोग एक साथ बैठकर भोजन कर सकते हैं। किसी रेस्टोरेंट की तरह ही यहां तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। यहां पहुंचने वाले ज्यादातर लोग नौकरीपेशा हैं।
थाली में बगैर लहसुन-प्याज की एक सब्जी, रोटी, दाल और चावल परोसी जाती है। यहां हर दिन एक समय पर 4 से 5 सौ लोग भोजन करते हैं। यानी दोनों टाइम में लगभग 15 सौ लोगों को यहां सस्ता भोजन परोसा जा रहा है। भोजन बनाने के लिए बाहर से रसोइए बुलवाए गए हैं। रसोई में रोटी मशीन लगी हुई है, जो चंद मिनट में सै1000 रोटियां निकालती है। भोजनालय सुबह 10.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक और शाम 7.30 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है।
राम मंदिर कितने जगह में बना है
– 15 करोड़ लागत
– 140 फीट चौड़ा, 110 फीट लंबा मंदिर
– मंदिर के मध्य में सूर्य मंडप जहां चारों दिशा से किरणें परावर्तित होकर सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती हैं।
– वातानुकूलित हॉल में 500 भक्तगण कर सकते हैं कीर्तन
आकर्षक
यह मंदिर अत्यंत भव्य व नए तरीके से बनाया गया है यह मंदिर देखने में जितना आकर्षक है उतना ही मन को शांति देने वाला है। मंदिर के आसपास गार्डन व फाउंटेन बनाया गया है और रात के समय मंदिर में रंगीन लाइटों की सजावट की गई है|
जिस हॉल में भगवान की मूर्ति है वहां 12 फीट का विशाल झूमर लगाया गया है। इसकी कीमत 7 लाख से ज्यादा है। इसके अलावा मंदिर की खास बात ये भी है कि इसमें राम और सीता की मूर्ति बैठी हुई मुद्रा में है। मूर्ति का ये पैटर्न बहुत रेयर है। इसे एक बड़े संगमरमर को तराशकर जयपुर के कारीगरों ने बनाया है। राम, सीता और हनुमान जी के अलावा मंदिर में 16 देवी-देवताओं की मूर्तियां भी हैं।
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